White Hydrogen: Scientists have found treasure under the ground in France. It is called white hydrogen. This white hydrogen found underground has been discovered by scientists Jacques Pironon and Philippe Di Donato of the National Center of Scientific Research of France. He has shared many interesting things about this.
Scientists have found treasure under the ground in France. It is called white hydrogen. This treasure found in eastern France is being said to be valuable because it is hydrogen which is found naturally. It cannot be prepared in the lab. Scientists believe that this white hydrogen can reduce the rapidly increasing climate crisis in the world.
This white hydrogen found underground has been discovered by scientists Jacques Pironon and Philippe Di Donato of the National Center of Scientific Research of France. He has shared many interesting things about this.
How was it discovered?
Scientists were doing research on fossil fuels for a long time. They were searching for fossil fuels under the ground. They did not expect that there was such a treasure under the earth that could help in dealing with the climate crisis. During research, scientists were analyzing the amount of methane in the Lorraine mining basin in north-east France. When the water was tested, it was found to contain hydrogen dissolved in it. During this time, white hydrogen was detected here.
Hydrogen found a hundred meters below
According to the research report, when scientists found less quantity of hydrogen at the initial stage, the scope of investigation was increased. A quantity of hydrogen was found a few meters below the ground. Scientists say that as the depth of investigation was increased, the amount of hydrogen in the water increased. The concentration of hydrogen increased deep in the ground.
According to Pirronone, this discovery was shocking. We estimate that the amount of hydrogen at that place could be around 250 million metric tons.
Why is white hydrogen valuable?
Scientist say that the reserves found in France could be the largest reserves of white hydrogen on earth. The special thing is that it cannot be prepared in the lab. It is produced naturally and is beneficial for the climate. According to research, carbon dioxide and other harmful greenhouse gases are released from hydrocarbons. Which directly harm the environment. This white hydrogen does not cause pollution. That is why it is called white hydrogen. This could be a new source of energy.
Many countries will benefit?
Scientists of Lorraine University say that there may be so much natural hydrogen in the coal mines here that it can prove to be the biggest reserve for the world. If this happens, it will provide relief to the world from climate crisis and it can be used in place of hydrogen to get energy. As a result, dangerous gases produced by common hydrocarbons will be reduced. In this way there will be relief from climate crisis.
White Hydrogen: फ्रांस में वैज्ञानिकों को जमीन के नीचे खजाना मिला है. इसे व्हाइट हाइड्रोजन कहा गया है. जमीन के नीचे मिले इस व्हाइट हाइड्रोजन को फ्रांस के नेशनल सेंटर ऑफ साइंटिफिक रिसर्च के वैज्ञानिक जैक्स पिरोनोन और फिलिप डी डोनाटो ने खोजा है. उन्होंने इस बारे में कई दिलचस्प बातें साझा की हैं.
फ्रांस में वैज्ञानिकों को जमीन के नीचे खजाना मिला है. इसे व्हाइट हाइड्रोजन कहा गया है. पूर्व फ्रांस में मिले इस खजाने को कीमती बताया जा रहा है क्योंकि यह ऐसा हाइड्रोजन है, जो प्राकृतिक तौर पर मिलता है. इसे लैब में नहीं तैयार किया जा सकता. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह व्हाइट हाइड्रोजन दुनिया में तेजी से बढ़ रहे जलवायु संकट को कम कर सकता है. जमीन के नीचे मिले इस व्हाइट हाइड्रोजन को फ्रांस के नेशनल सेंटर ऑफ साइंटिफिक रिसर्च के वैज्ञानिक जैक्स पिरोनोन और फिलिप डी डोनाटो ने खोजा है. उन्होंने इस बारे में कई दिलचस्प बातें साझा की हैं.
कैसे खोजा गया?
वैज्ञानिक लम्बे समय से जीवाश्व ईधन पर रिसर्च कर रहे थे. वो जमीन के नीचे जीवाश्म ईधन को तलाश रहे थे. उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि पृथ्वी के नीचे ऐसा खजाना है जो जलवायु संकट से निपटने में मदद कर सकता है. वैज्ञानिक रिसर्च के दौरान उत्तर-पूर्व फ्रांस की लोरेन खनन बेसिन में मीथेन की मात्रा की एनालिसिस कर रहे थे. पानी की जब जांच की गई तो उसमें घुली हुई इस हाइड्रोजन का पता चला. इस दौरान यहां पर व्हाइट हाइड्रोजन यानी सफेद हाइड्रोजन का पता चला.
सौ मीटर नीचे मिला हाइड्रोजन
रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती स्तर पर वैज्ञानिकों को हाइड्रोजन की कम मात्रा मिली तो जांच का दायरा बढ़ाया. जमीन के कुछ मीटर नीचे हाइड्रोजन की मात्रा मिली. वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे-जैसे गहराई तक जांच की गई वैसे-वैसे पानी में इस हाइड्रोजन की मात्रा बढ़ती गई. जमीन की गहराई में हाइड्रोजन का कंसंट्रेशन बढ़ता गया. पिरोनोन के मुताबिक, यह खोज चौंकाने वाली थी. हमारा अनुमान है कि उस जगह पर हाइड्रोजन की मात्रा करीब 250 मिलियन मीट्रिक टन तक हो सकती है.
क्यों है कीमती है सफेद हाइड्रोजन?
वैज्ञानिक का कहना है कि फ्रांस में जो भंडार मिला है वो धरती पर सफेद हाइड्रोजन का सबसे बड़ा भंडार हो सकता है. खास बात है कि इसे लैब में तैयार नहीं किया जा सकता. यह प्राकृतिकतौर पर पैदा होता है और जलवायु के लिए फायदेमंद है. रिसर्च के मुताबिक, हाइड्रोकार्बन से कार्बन-डाई-ऑक्साइड और दूसरी नुकसान पहुंचाने वाली ग्रीन हाउस गैसे निकालते हैं. जो पर्यावरण को सीधेतौर पर नुकसान पहुंचाती हैं. इस व्हाइट हाइड्रोजन से प्रदूषण नहीं होता है. इसलिए इसे सफेद हाइड्रोजन कहते हैं. यह ऊर्जा का नया स्रोत हो सकता है.
कई देशों को मिलेगा फायदा?
लोरेन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां की कोयला खदान की गइराई में इतना प्राकृतिक हाइड्रोजन हो सकता है जो दुनिया के लिए सबसे बड़ा भंडार साबित हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो यह दुनियाभर को जलवायु संकट से राहत देगा और ऊर्जा को पाने के लिए हाइड्रोजन की जगह इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा. नतीजा, आम हाइड्रोकार्बन से होने वाली खतरनाक गैसें कम होगी. इस तरह जलवायु संकट से राहत मिलेगी.