हेरोन ड्रोन: जिस ड्रोन से US ने मारा अल कायदा चीफ, भारत को मिला वैसा ही गेमचेंजर हथियार
लड़ाकू ड्रोन हेरॉन मार्क 2 दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों जैसे हथियारों को फायर कर सकता है.यह ड्रोन किसी भी मौसम में उड़ान भरने में सक्षम है. इसके कम्यूनिकेशन सिस्टम सीधे तौर पर ग्राउंड स्टेशन से संपर्क में तो रहते ही है.
आने वाले दिनों में अगर भारतीय सेनाएं बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज़ पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों का ख़ात्मा करना चाहें तो इसके लिए सेना को वहां घुसकर ऑपरेशन करने की ज़रूरत नहीं होगी. अमेरिका ने जिस तरह ड्रोन स्ट्राइक में अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी और दुनिया के कई दूसरे देशों में अपने दुश्मनों को ढेर किया था, अब भारतीय वायुसेना के पास भी एक ऐसा गेम चेंजर हथियार आ गया है, जिसका नाम है हेरोन ड्रोन मार्क-2. इजरायल से लिए गये हेरोन ड्रोन्स कई खूबियों से लैस है.
हेरोन ड्रोन मार्क-2 को हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है.
आने वाले दिनों में इसे तीनों सेनाओं के लिए तैयार किया जाएगा ताकि जरुरत पड़ने पर दुश्मन के खिलाफ आक्रामक हमला किया जा सके. अब हम आपको हेरोन ड्रोन मार्क-2 की मारक क्षमता से रूबरू कराते हैं. हेरोन ड्रोन मार्क-2 सैटेलाइट से नियंत्रित होने वाला ड्रोन है जो 250 किलोग्राम हथियार लेकर उड़ सकता है.
इन खूबियों से है लैस
- इसमें थर्मोग्राफिक कैमरा, एयरबॉर्न सर्विलांस विजिबल लाइट, राडार सिस्टम आदि लगा होता है. यह अपने बेस से उड़कर खुद ही मिशन पूरा करके बेस पर लौट आता है.
- हेरोन ड्रोन्स को लेज़र गाइडेड बम, हवा से जमीन, हवा से हवा और हवा से एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस किया जाना है.
- हेरोन ड्रोन एक बार हवा में उठा तो 36 घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम है और यह जमीन से 35 हजार फीट यानी साढ़े दस किलोमीटर की ऊंचाई पर बेहद शांति से उड़ता रहता है.
- इसे नियंत्रित करने के लिए जमीन पर एक ग्राउंड स्टेशन बनाया जाता है, जिसमें मैन्युअल और ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम होता है.
- यह ड्रोन किसी भी मौसम में उड़ान भरने में सक्षम है. इसके कम्यूनिकेशन सिस्टम सीधे तौर पर ग्राउंड स्टेशन से संपर्क में तो रहते ही है.
- इसके अलावा इसकी संचार प्रणाली को सैटेलाइट के जरिए भी लिंक किया जा सकता है और इसके नेविगेशन के लिए प्री-प्रोगाम्ड फुली ऑटोमैटिक नेविगेशन को चलाया जा सकता है. या फिर मैन्युअली आप रिमोट से इसे नेविगेट कर सकते हैं. इसका कुल वजन 250 किलोग्राम है.
- सबसे खास बात ये है कि इन ड्रोन्स को किसी तरह से भी जैम नहीं किया जा सकता. यानी इनमें एंटी-जैमिंग तकनीक लगी है। जो पहले के ड्रोन्स की तुलना में ज्यादा दमदार है.
- हेरोन ड्रोन में कई तरह के सेंसर्स और कैमरा लगे हैं, जैसे- थर्मोग्राफिक कैमरा यानी इंफ्रारेड कैमरा जो रात में या अंधेरे में देखने में मदद करते हैं. इसके अलावा विजिबल लाइट एयरबॉर्न ग्राउंड सर्विलांस जो दिन की रोशनी में तस्वीरें लेता है. साथ ही इंटेलिजेंस सिस्टम्स समेत कई तरह के राडार सिस्टम लगे है.
- इस ड्रोन की सबसे बड़ी बात ये है कि ये आसमान से ही टारगेट को लॉक करके उसकी सटीक पोजिशन आर्टिलरी यानी टैंक या इंफ्रारेड सीकर मिसाइल को दे सकता है, यानी सीमा के इस पास से ड्रोन से मिले सटीक टारगेट पर हमला किया जा सकता है.
भारत के लिए है बेहद फायदेमंद
आइए आपको बताते हैं कि हेरोन ड्रोन्स किस तरह से फायदेमंद है. चीन की सेना लद्दाख सीमा के इस पार या उस पार भारत के खिलाफ कोई 'नापाक' हरकत करेगी तो तुरंत पता चल जाएगा. चीन के साथ पिछले साल चल रहे सीमा विवाद के वक्त भारतीय सेना को इजरायल ने ये ड्रोन्स दिए हैं. जिनके कैमरे, सेंसर्स और राडार किसी बाज की नजरों की तरह तेज हैं. इन्हें लद्दाख सेक्टर तैनात किया गया था.
पीएम के विशेष अधिकार के तहत मंगाए गए
इन ड्रोन्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमरजेंसी फाइनेंसियल पावर के तहत मंगाया गया है ताकि देश की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता न किया जाए. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय सेना इसका उपयोग सीमाओं की निगरानी और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए करेगी.
इसके अलावा भारतीय नौसेना इसकी मदद से हिंद महासागर, अरब सागर, बंगाल की खाड़ी समेत कई अन्य तटीय इलाकों पर घुसपैठ और चीनी हरकतों पर नजर रख सकेगी. खास बात ये है कि इस ड्रोन की मदद से आप समुद्र के अंदर भी झांक सकते हैं. यह पानी की गहराई में मौजूद पनडुब्बियों पर भी नजर रख सकती है. साथ ही इसके थर्मल सेंसर कैमरा रात के अंधेरे में होने वाले इंसानी मूवमेंट को पकड़ सकते हैं.
Heron Drone: The drone with which US killed Al Qaeda Chief, India got the same Game changer Weapon
The combat drone Heron Mark 2 can fire weapons such as long-range missiles to carry out precision strikes on enemy targets. This drone is capable of flying in any weather. Its communication system remains directly in contact with the ground station.
In the coming days, if the Indian forces want to eliminate terrorist bases in Pakistan-occupied Kashmir on the lines of The Balakot surgical strike, then there can be no want for the navy to go into there and behavior operations.
The manner America killed Al Qaeda Chief Al Zawahiri and lots of different nations of the sector with inside the drone strike, now the Indian Air Force has also got such a game changer weapon called Heron Drone Mark-2. . Heron drones taken from Israel are equipped with many features. Heron Drone Mark-2 has recently been inducted into the Indian Air Force.
In the approaching days, it will likely be organized for all of the 3 armies in order that if needed, an competitive assault may be made towards the enemy. Now allow us to introduce you to the firepower of Heron Drone Mark-2. Heron Drone Mark-2 is a satellite-controlled drone that can fly with 250 kg of weapons.
Equipped with these features
- It is equipped with thermographic camera, airborne surveillance visible light, radar system etc.
- It flies from its base and returns to the bottom after finishing the project itself.
- Heron drones are to be prepared with laser guided bombs, air-to-ground, air-to-air and air-to-air anti-tank guided missiles.
- Once in the air, the Heron drone is capable of flying for 36 hours and it keeps flying very quietly at an altitude of 35 thousand feet i.e. ten and a half kilometers from the ground.
- To control it, a ground station is made on the ground, which has manual and automatic control system.
- This drone is able to flying in any weather. Apart from this, its communication system can also be linked through satellite and pre-programmed fully automatic navigation can be run for its navigation. Or you can navigate it manually from the remote.
- Its total weight is 250 kgs. The most important thing is that these drones cannot be jammed in any way. That is, they have anti-jamming technology. Which is greater effective than the sooner drones.
- There are many forms of sensors and cameras hooked up with inside the Heron drone, which includes thermographic camera ie infrared camera which helps in seeing at night or in the dark. Also Visible Light Airborne Ground Surveillance which takes photographs in daylight.
- Along with this, many types of radar systems including intelligence systems have been installed. The largest issue approximately this drone is that it could lock the goal from the sky and provide its genuine role to the artillery i.e. tank or infrared seeker missile, that is, the exact target found by the drone from this side of the border can be attacked.
Very beneficial for India
Let us tell you how Heron drones are beneficial. If the Chinese army does any 'nefarious' act against India on this or the other side of the Ladakh border, it will be known immediately. Israel has given these drones to the Indian Army during the ongoing border dispute with China last year. Whose cameras, sensors and radar are sharp like the eyes of an eagle. He become deployed in Ladakh sector.
Especially Buy under the special authority of the PM
These drones have been ordered under the Emergency Financial Power of Prime Minister Narendra Modi so that no compromise is made regarding the security of the country. It is expected that the Indian Army will use it to monitor borders and prevent terrorist activities. Apart from this, with the help of this, the Indian Navy will be able to keep an eye on intrusions and Chinese antics in the Indian Ocean, Arabian Sea, Bay of Bengal and many other coastal areas.
The special thing is that with the help of this drone, you can also peep inside the sea. It can also keep an eye on submarines present in the depth of water. Also, its thermal sensor camera can capture human movement in the dark of night.